मुलताई पुलिस ने चोरी के मामले में जबरदस्ती वसूली करने का कायम किया मामला, जेवर चोरी कर लाने वाले नाबालिक युवक को ही बनाया फरियादी।
मुलताई पुलिस ने चोरी के मामले में जबरदस्ती वसूली करने का कायम किया मामला, जेवर चोरी कर लाने वाले नाबालिक युवक को ही बनाया फरियादी।
खबर मुलताई से। मां ताप्ती की पवित्र नगरी मुलताई के पुलिस थाने में शुक्रवार को घर से जेवर चोरी कर गोल्ड लोन लेकर आनलाइन गेम खेलने के मामले में पुलिस ने जबरदस्ती वसूली का मामला कायम कर घर से गहने चोरी कर लाने वाले नाबालिक युवक को ही आवेदक बना कर अन्य दो युवकों के खिलाफ आईपीसी की धारा 384 एवं 34 के तहत मामला दर्ज कर आज शनिवार को न्यायालय में पेश कर न्यायालय द्वारा जेल भेज दिया गया। इस पूरे मामले में पुलिस की कार्यवाही संदिग्ध नजर आती है।
मुलताई नगर के तीन युवकों द्वारा ऑनलाइन गेम फाइविन खेलने और खिलाने के मामले में नाबालिक युवक के पिता सदन कालभोर ने मुलताई पुलिस थाने एवं पुलिस अधीक्षक कार्यालय बैतूल में विगत दिनों आवेदन देकर बताया था कि उसके नाबालिग पुत्र द्वारा उसके घर से बिना किसी को बताए उनकी पत्नी के जेवर चोरी कर ले जा लिए गए थे जो कि उसके पुत्र ने विराज के नाम से स्टेशन रोड पर स्थित धनवर्षा गोल्ड लोन बैंक में गिरवी रखवाकर पैसे उठा लिए थे, जिसमें उनके पुत्र की मुलाकात विराज से प्रथमेश द्वारा कराई जाना बताया गया था।
उपरोक्त मामले में पुलिस अधीक्षक बैतूल द्वारा मुलताई पुलिस थाने मैं थाना प्रभारी को आवेदन फारवर्ड करवा दिया गया था, जिस पर 2 दिनों तक थाना प्रभारी जी एस मंडलोई ने जांच पड़ताल की जिसमें उन्होंने स्वयं पूरे मामले को चोरी का मामला बताया था जिसमें आवेदक सदन कालभोर के नाबालिक पुत्र के द्वारा घर से चोरी करना एवं विराज के नाम से धन वर्षा बैंक में चोरी किए हुए जेवर गिरवी रखकर पैसे ले लेना और फाइविन गेम में पैसे हार जाना बताया जा रहा था।
ये भी पढ़िए ….पत्नी के साथ दरिंदगी: पहले छत से फेंका, फिर पीट-पीटकर मार डाला, हथेली पर गोदा अपना नाम
धनवर्षा बैंक के मैनेजर ने बताया कि कुछ महीनों पहले सदन कालभोर का नाबालिक पुत्र उनकी बैंक में जेवर लेकर आया था किंतु उसके नाबालिक होने के कारण उसके नाम से लोन नहीं बनाया जा सकता था, इसलिए उसे किसी परिजन या परिचित को साथ लेकर आने के लिए कहा गया जिसके बाद उसने अपने मित्र विराज को लाकर उसके नाम से गोल्ड लोन बनवाया और पैसे उठा लिए हालांकि बैंक द्वारा जेवरों के बिल देखे बिना ही लोन बनाकर पैसे दे दिए गए। लोन से प्राप्त हुए पैसे नाबालिक युवक द्वारा गेम में हार जाने की बात सामने आई है। ये भी पढ़िए …पंचायत का कारनामा : पुरानी मोटर डालकर नई मोटर का निकाला बिल। नलजल योजना ठप्प, कामठी में हो रहे भ्रष्टाचार की कब होगी जांच
ये भी पढ़िए ….वॉक के लिए जा रहे कपल को पकड़ा बॉयफ्रेंड को पेड़ से बांधकर लड़की से गैंगरेप.
मुलताई पुलिस थाना प्रभारी इस पूरे मामले में तीनों युवकों के आरोपी होने की बात स्वीकार कर रहे थे किंतु मामला कायम करते समय उन्होंने सदन कालभोर के नाबालिग पुत्र को ही आवेदक बनाकर अन्य दो युवकों द्वारा डरा धमका कर जबरदस्ती वसूली किए जाने का मामला कायम कर दिया और आज दिन शनिवार को दोनों युवकों को न्यायालय में पेश कर दिया गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। ये भी पढ़िए ….Devar Bhabhi Relationship: सुहागरात में देवर ने भाभी की बुझाई प्यास, अब भाई के जाते ही बुला लेती है, क्या करुं
ये भी पढ़िए …ऊर्फी जावेद ने पहने अभी तक का सबसे खतरनाक ड्रेस, टॉयलेट पेपर से बनी ड्रेस पहन कर सबके सामने आई ऊर्फी
इस पूरे मामले में पुलिस द्वारा आवेदक बनाए हुए नाबालिक युवक के पिता सदन कालभोर ने न्यूज चैनल को दिए बयान में स्वयं स्वीकार किया है कि विराज और प्रथमेश ने उनके घर से जेवर चोरी कर धनवर्शा बैंक में गिरवी रखे थे। जबकि बैंक मैनेजर द्वारा नाबालिक युवक द्वारा जेवर लेकर आने की बात कही गई थी।
ये भी पढ़िए …रिश्ते हुए शर्मसार:मुरैना में भतीजे ने अपनी बुआ के साथ किया बलात्कार,पुलिस ने दर्ज किया मामला
अब इस पूरे प्रकरण में सवाल यह उठते हैं कि जब नाबालिक युवक ने स्वयं अपने घर से बिना बताए जेवर ले जाकर बैंक में गिरवी रख लोन लेने का प्रयास किया और जब उसके नाबालिक होने पर बैंक द्वारा लोन देने से मना कर दिया गया तो अपने मित्र के नाम से लोन बनवा कर पैसे उठा लिए गए और वो पैसे ऑनलाइन गेम में हार जाने के बाद घर वालो को जानकरी लगी और वे शिकायत लेकर पुलिस के पास पहुंचे, और लिखित आवेदन में, न्यूज के लिए दिए वीडियो में और FIR के लिए उनके पुत्र द्वारा दिए आवेदन में हर बार अलग अलग जानकारी दी गई। ये भी पढ़िए ….इन जिलों में चना ,मसूर और सरसो की होंगी समर्थन मूल्य पर खरीदी जानिए किस तारीख में होंगी खरीदी
अंततः पूरे मामले में पुलिस द्वारा लापरवाही पूर्वक जांच करते हुए जल्दबाजी में या फिर साठगांठ करके सिर्फ दो युवकों के खिलाफ 384 का मामला कायम करना एक तरफा कार्यवाही नजर आती है। इस पूरे मामले में मुख्य बात यह भी है कि धारा 384 के तहत पंजीबद्ध मामले की जांच करने का अधिकार प्रधान आरक्षक को ना होने के बावजूद भी मुलताई थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक निलेश सोनी को इस मामले में जांच अधिकारी बना दिया गया। वहीं पूरे मामले में घर से जेवर चोरी कर लाने वाले नाबालिक युवक और बैंक को क्लीन चिट दे दी गई। ये भी पढ़िए …..पति रोमांटिक नहीं है’, मुंबई में 32 साल की महिला ने लगाए आरोप, देवर के साथ बनाए संबंध
ये भी पढ़िए ….ऊर्फी जावेद को मिल गया उनका हमसफर,सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करके उर्फी जावेद ने फैंस को बताई अपनी लव स्टोरी
शुक्रवार के दिन इस पूरे मामले में जब पुलिस अधीक्षक से बात की गई उन्होंने स्वीकार किया कि पूरा मामला उनके संज्ञान में है इस मामले में क्या कार्यवाही हुई है मैं पता करवाती हूं। ये भी पढ़िए ….Ladli Behna Yojana 2023 बर्थ डे पर शिवराज का सबसे बड़ा दांव, 1000 रुपए हर महीने देकर दो करोड़ आबादी पर फोकस
वही मुलताई एसडीओपी द्वारा भी यही बात कही गई कि पूरे मामले में क्या कार्यवाही की गई है उनके द्वारा दिखाई जाएगी
ये भी पढ़िए …
लोकेश गीदकर बने किसानो के मसीहा, किसानों के लिए जुताई व बुवाई होगी पूरी तरह निशुल्क