कम समयबनना है अमीर तो आज ही शुरू करें गरमा मूंग की खेती,भारत ही नहीं विदेशों में भी है इस मूंग की मांग, जानिए उन्नत खेती का तरीका
हमारे देश की अधिकतर जनसंख्या खेती पर निर्भर करती है यही वजह है कि ज्यादातर लोग खेती को अपनी आजीविका का साधन मानते हैं। दलहनी फसलों में मूंग का सबसे विशिष्ट स्थान माना जाता है।
मूंग को रबी खरीफ और जायद तीनों मौसम में उगाया जाता है। मूंग में प्रोटीन की मात्रा काफी अधिक पाई जाती है यही वजह है कि लोग बड़े पैमाने पर मूंग का सेवन करते हैं।
गरमा मूंग की खेती का तरीका-
आपको बता दें कि मूंग की खेती करके आप कम समय में अमीर बन सकते हैं यही वजह है कि आजकल गरमा मूंग की खेती बड़े पैमाने पर भारत में की जाने लगी है। मूंग की खेती के लिए आपको दो मत और बलुई मिट्टी की जरूरत पड़ती है।
आपको बता दें कि मूंग की खेती करते समय जल निकासी की व्यवस्था अच्छी हो इस बात का भी आपको विशेष ध्यान रखना होगा।
मूंग की बुवाई 15 जुलाई तक कर देनी चाहिए क्योंकि मूंग की बुवाई 15 जुलाई तक नहीं करने की से आपका फसल पर इसका सीधा असर देखने को मिलेगा और फसल का अच्छा उपज नहीं होगा। इसके साथ ही साथ अगर मुंह में खरपतवार है तो आपको खरपतवार नियंत्रण करने के लिए विशेष तरह के और खरपतवार नियंत्रण किस धातु का उपयोग करना चाहिए।
आपको बता दें कि मूर्तियां किस्म काफी अच्छे कीमतों में बाजार में बिकती है और इसकी मांग भी हमेशा बाजार में बनी रहती है। लोग इसे बड़े पैमाने पर खरीदते हैं क्योंकि यह मूल की उच्च किस्म मानी जाती है।